मुस्कुराहट का चोगा पहने वो कुछ उदास सी थी,
लाखों धड़कते दिलों के बीच वो कुछ खास सी थी !!...
फूलों से नाजुक हाथों पर कंगन जैसे चहक रहे थे,
हिरनी से सुन्दर कानों पर झुमके जैसे महक रहे थे,
दिल में एक प्यारा दर्द जगाते अनजाने अहसास सी थी !!...
लाखों धडकते ....
आँखों में उसकी, मानो सागर सी गहराई थी,
वो अद्भुत परी, वो अप्सरा ना जाने कहाँ से आई थी,
रात के काले साए में, वो स्वर्णिम आभास सी थी !!...
लाखों धडकते...
उसकी खूबसूरती का असर इस कदर छाने लगा था,
मेरा बावरा मन तो बस गीत उसी के गाने लगा था,
मौत की उस तीव्र तपिश में, ज़िन्दगी की प्यास सी थी !!...
धडकते...
आज भी वो हर घडी हर लम्हा इस दिल में बसती है,
आज भी मेरी ये आँखे उसके दीदार को तरसती है,
वो मेरा पहला प्यार, मेरे दिल में पहली मिठास सी थी...
लाखों धडकते...
कृति,
आकाश गौतम "अनंत"
one more good effort.....
ReplyDeletekeep rollin dude
thnks yar,
ReplyDeleteall i need is jst appreciation of you guys...
awesome man........
ReplyDeletemaza aa gaya.......
keep writing like this.......
toooooooooo gooooooooooooooooooodddd
ReplyDeletei dont belive yaaaaaaaaaar itna talent ek insaan m kase ho skta h ananta
ReplyDeleteThank you Di,
ReplyDeleteAakhir hu to apka chota bhai hi na...
:D
Wow..bhaiya!! what an imagination...
ReplyDeleteImpressive...!!